आमतौर पर मानसून के महीने में मिलने वाली सब्जियों को खाने से बीमारियों का खतरा और भी बढ़ जाता है. बारिश के दिनों में जल जनित बीमारियां और फूड प्वाइजनिंग की समस्या आम हो जाती है. ऐसे में कई ऐसी सब्जियां है जिनका सेवन करने से आपको अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं.
मानसून की महीने का आगमन हो चुका है आमतौर पर मानसून के महीने में मिलने वाली सब्जियों से बीमारियों का खतरा और भी बढ़ जाता है. ऐसे में कई ऐसी सब्जियां है जिन्हें खाने से पहले कई प्रकार की सावधानियां बरतनी चाहिए.
इस विषय पर झारखंड के हजारीबाग के सदर अस्पताल के आयुष विभाग के डॉक्टर मकरंद कुमार मिश्रा (BAMS, राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज बेगूसराय बिहार, अनुभव 24 वर्ष) बताते हैं कि मानसून में मिलने वाली सब्जियों में कई प्रकार के कीड़े, बैक्टीरिया आदि उत्पन्न हो जाते हैं, जिससे फूड प्वाइजनिंग का खतरा सबसे आम होता है.
उन्होंने आगे बताया कि क्रूसिफेरस सब्जियां जैसे पत्ता गोभी, ब्रोकली, फूल गोभी का सेवन करने से परहेज लोगों को करना चाहिए. इन सब्जियों में अधिक मात्रा में नमी पाई जाती है, जिस कारण से कई प्रकार के फंगीसाइड इनमें उत्पन्न हो जाते हैं.
उन्होंने आगे बताया कि इन सब के अलावा हरी पत्तियों वाली साग और पत्ता गोभी जैसी सब्जियों का सेवन काम करना चाहिए. अगर इसका सेवन कर रहे हैं तो इसे अच्छे से धो और उबाल कर खाएं. बारिश के मौसम में बैंगन में सबसे अधिक कीड़े होते हैं इसलिए बैंगन का सेवन करने से पहले इसे अच्छे से अवश्य साफ कर लें.
डॉ. मकरंद बताते हैं कि इन सब के अलावा ऐसी सब्जियां जो जमीन के नीचे उपजती हैं. उन सब का सेवन करने से बचना चाहिए इसमें मूली, गाजर, शलगम, चुनकुंदर शामिल है. बारिश के मौसम में यह सब्जियां अधिक नामी ऑब्जर्व करती हैं और कई कीड़े, फंगी इसमें निवास करना शुरू कर देते हैं. इन सबके अलावा जंगली मशरूम का भी बेहद ध्यान के साथ सेवन करना है.